अध्यक्ष सुमन सुराना ने बताया कि ये सारे बच्चे स्लम एरिया से आते हैं। अगर यह अचानक से बीमार होते हैं तो उनके माता-पिता को उनके ब्लड ग्रुप तक का मालूम नहीं रहता है। इसलिए हमने जो सरकारी स्कूल हमने गोद लिए हुए हैं उनमें पढ़ने वाले सभी बच्चों के ब्लड ग्रुप की जांच करने का निश्चय किया ।
इस अवसर पर एनजीओ की अध्यक्ष सुमन सुराना के अलावा सचिव डॉ. हरवीर सिंह चौहान, एडवाइजरी हेड डॉ. कैलाश सारस्वत, मंजू चिंगारनी, अंशुल खंडेलवाल, गरिमा आदि मेंबर्स और वॉलंटियर उपस्थित थे।
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