सर्वेक्षण किए गए स्कूलों में कम्पोजिट विद्यालय, वज़ीरपुरा; प्राथमिक विद्यालय कन्या, घर वज़ीरपुरा; कम्पोजिट विद्यालय, श्यामा देवी; प्राथमिक विद्यालय, मंडी सैयद खाँ; प्राथमिक विद्यालय, नया घर रिंग रोड; बेशिक विद्यालय, बुदान सैयद और कम्पोजिट विद्यालय, न्यू आगरा शामिल थे। सर्वेक्षण के दौरान यह पाया गया कि सभी स्कूलों में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की जा रही है और 200 दिनों से अधिक उपस्थिति दर्ज करने वाले छात्रों को प्रोत्साहन पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इसके अलावा, बच्चों की शिक्षा में योगदान देने वाले अभिभावकों को भी विशेष रूप से सम्मानित किया गया और नियमित रूप से बच्चों को स्कूल भेजने वाले और उनके प्रोजेक्ट्स में मदद करने वाले माता-पिता की सराहना की गई। 





सभी स्कूलों में विद्यार्थियों का रिकॉर्ड व्यवस्थित रूप से मेंटेन किया जा रहा है, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता और बेहतर बनाई जा सके। इस सर्वेक्षण में यह भी पाया गया कि जो बच्चे प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त कर रहे हैं, उनके आगे के अच्छे स्कूलों में प्रवेश की ज़िम्मेदारी सुमन सुराना (फाउंडर एवं प्रेसिडेंट, हेल्पिंग हैंड फाउंडेशन) ने ली है, जिनकी पहल से अब तक बहुत  बच्चों का एडमिशन हो चुका है और उनका लक्ष्य ज्यादा से ज्यादा बच्चों को बेहतर शिक्षा दिलाने का है। आज के इस सर्वेक्षण में डॉ*सुमन सुराना* के साथ हेल्पिंग हैंड फाउंडेशन के वॉलंटियर्स भी सक्रिय रूप से शामिल रहे, जिन्होंने स्कूलों में जाकर शिक्षा व्यवस्था का जायजा लिया और बच्चों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। 

















हेल्पिंग हैंड फाउंडेशन का उद्देश्य बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना और उनके शैक्षिक स्तर को निरंतर सुधारते रहना है। इसी दिशा में फाउंडेशन समय-समय पर ऐसे सर्वेक्षण करता रहेगा और शिक्षा व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए प्रयासरत रहेगा। "शिक्षा की ओर एक कदम - उज्ज्वल भविष्य की ओर एक पहल।"